8th Pay Commission Latest News: आठवें वेतन आयोग लागू हो जाने के बाद साल 2025 की आखिरी महंगाई भत्ता को बढ़ा दिया गया है जो अब 58% तक हो गया है जिसे 1 जुलाई 2025 से लागू किया गया है सरकार आठवें वेतन आयोग की शर्तें तय कर चुकी है अब आयोग को अपनी रिपोर्ट 18 महीने में देने का आदेश दिया गया है जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि 8वें वेतन आयोग लागू हो जाने से अब कर्मचारियों का एरियर 1 जनवरी 2026 से मिल जाएगा लेकिन कर्मचारियों के अंदर यह सवाल है कि क्या 31 दिसंबर 2025 के बाद भी DA, HRA और TA जैसे भत्ते बढ़ेंगे? इस लेख में हम यही जानकारी लेकर आए हैं..
कब तक बढ़ेगा डीए?
आठवें वेतन आयोग की सिफारिशें पूरी तरह लागू होने तक DA की गणना सातवें वेतन आयोग के अनुसार ही की जाएगी सूत्रों से पता चला है कि डीए में हर 6 महीने में बढ़ोतरी होती रहेगी तथा 18 महीने में तीन बार DA में वृद्धि की उम्मीद की जा रही है इस समय DA 58% है और अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले 18 महीने में यह 67% तक पहुंच सकता है आठवें वेतन लागू होने के बाद डीए को बेसिक सैलरी में मिला दिया जाएगा।
अन्य भत्तों पर क्या होगा असर?
डीए के अलावा अन्य जरूरी भत्तों में भी वृद्धि की जाएगी जिसमें हाउस रेट अलाउंस (HRA) के बढ़ाने की संभावना सबसे ज्यादा की जा रही है क्योंकि यह बेसिक सैलरी और डीए दोनों से जुड़ा होता है इसी प्रकार ट्रांसपोर्ट अलाउंस (TA) और चिल्ड्रन एजुकेशन एलाउंस (CEA) को भी बढ़ाया जाएगा पेंशनरों के लिए फिक्स मेडिकल अलाउंस (FMA) और ड्रेस अलाउंस जैसे भत्तों में भी वृद्धि की संभावना बताई जा रही है।
क्या वेतन वृद्धि भी रहेगी जारी?
आठवें वेतन आयोग लागू होने तक कर्मचारियों को उनके वार्षिक वेतन वृद्धि हो जाएगी जिससे इनका इंक्रीमेंट भी होता रहेगा यह इंक्रीमेंट 7वें वेतन आयोग के पे मैट्रिक्स के आधार पर किया जाएगा कर्मचारियों को 10, 20 या 30 साल की सेवा पूरी करने पर वित्तीय स्तर पर बढ़ोतरी की जाती है यह एक स्थापित नियम है जिसमें MACP (कैरियर प्रोग्रेशन) योजना के अनुसार मिलने वाली फाइनेंशियल अपग्रेडेशन किया जाता है इसमें पद का नाम या वरिष्ठता नहीं बदलता इसके लिए कुछ अच्छे परफॉर्मेंस की आवश्यकता होती है यह नियमित केंद्रीय कर्मचारियों पर ही लागू किया जाता है।
डीए की बढ़ोतरी से फिटमेट फैक्टर पर क्या पड़ेगा असर?
फिटमेंट फैक्टर एक ऐसा गुणांक है जिसमें बेसिक सैलरी को गुणा करके नई बेसिक सैलरी को तय किया जाता है प्रत्येक वर्ष कर्मचारियों की मूल सैलरी में लगभग 3.5% की वृद्धि की जाती है 18 महीने में दो साल का इंक्रीमेंट और तीन बार DA की बढ़ोतरी मिलाकर इसमें कुल 20% मूल वेतन को बढ़ाया जाता है इस समय फिटमेंट फैक्टर 1.58 है जिसे बढ़ाकर 1.78 तक किया जा सकता है यदि परिवारिक इकाई को 3 से बढ़ा कर 3.5 किया जाए और 15% की महंगाई वृद्धि फैक्टर को जोड़ लिया जाए तो फिटमेंट फैक्टर करीब 2.13 हो जाएगा जिसके अनुसार कर्मचारियों की वर्तमान बेसिक सैलेरी दोगुनी से भी अधिक हो जायेगी।