प्राइवेट आउटसोर्स कर्मियों को मिलेगी ₹7500 पेंशन? क्या है सैलरी की बढ़ाई जाएगी लिमिट EPFO Pension Latest News

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EPFO Pension Latest News: अगर आप प्राइवेट नौकरी करते हैं तो यह खबर आपके लिए काम की होने वाली है क्योंकि इस खबर में हम बात करने वाले हैं कि प्राइवेट नौकरी में कितनी पेंशन मिलती है  यह तो हर कोई जानता है कि सरकारी नौकरी करने वाले कर्मचारियों को पेंशन दी जाती है लेकिन बहुत से लोग इस बात से अनजान है कि प्राइवेट नौकरी करने वालों को भी सरकार पेंशन देती है चलिए जानते हैं कि प्राइवेट नौकरी करने वालों को कितनी पेंशन दी जाती है और इसकी कितनी अधिकतम राशि है जो प्राइवेट नौकरी करने वालो को मिलती है।

EPFO के अनुसार न्यूनतम पेंशन

वर्तमान में ईपीएफओ के अनुसार कर्मचारी पेंशन योजना में न्यूनतम पेंशन ₹1000 प्रतिमाह है जिसे 2014 में निश्चित किया गया था उसके बाद से इसमें कोई भी बदलाव नहीं किया गया है अव इसे 2025 में बढ़ाकर ₹7,500 किये जाने की उम्मीद बताई जा रही है इस वृद्धि का उद्देश्य कर्मचारियों को अधिक जीवन यापन योग्य पेंशन देना है।

न्यूनतम पेंशन में होगी वृद्धि

सरकार EPFO के अनुसार न्यूनतम पेंशन में वृद्धि करने जा रही है जिसकी प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है अलग-अलग कर्मचारी संगठन लंबे समय से इसकी मांग कर रहे थे वर्तमान की महंगाई को देखते हुए देखते हुए ₹1000 की पेंशन को बहुत ही कम आंकी जा रही है। ट्रेड यूनियन और पेंशन भोगियों के विभिन्न संघ लंबे समय से कर्मचारी पेंशन योजना के अनुसार पेंशन राशियों को बढ़ाकर 7500 करने की मांग कर रहे है । लेकिन रिपोर्ट के अनुसार सीबीटी पेंशन में 7.5  गुना वृद्धि नहीं होगी इससे बढ़ाकर ₹2500 करने का विचार किया जा रहा है अभी तक यह क्लियर नहीं हो सका है लेकिन कितनी वृद्धि होगी इसके लिए मीडिया द्वारा अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं।

पेंशन पाने के लिए जरूरी शर्तों को पूरा करना आवश्यक

EPS के अनुसार पेंशन पाने के लिए कर्मचारियों को कुछ जरूरी शर्तों को पूरा करना जरूर आवश्यक है जिसके लिए कर्मचारियों का काम से कम ईपीएफओ का सदस्य होना चाहिए साथ ही 10 साल तक उसका पीएफ काटना आवश्यक है पेंशन का यह लाभ 58 साल की उम्र के बाद शुरू होता है

इस प्रकार की जाती है पेंशन की गणना

पेंशन की गणना EPS के अंतर्गत की जाती है जिससे एक निश्चित सूत्र [ पेंशन = ( पेंशन योग्य वेतन × पेंशन योग्य सेवा ) ÷ 70 ] का प्रयोग करके निश्चित किया जाता है पेंशन योग्य वेतन के अधिकतम सीमा ₹15,000 प्रतिमाह है जिसमें अगर कोई सदस्य 35 वर्ष की सेवा करता है तो उसे अधिकतम ₹7,500 प्रतिमाह पेंशन दी जा सकती है।